अनिल कुमार
छोरा जमीदार का यू तो आज हरियाणवी भाषा मे अनेको गाने बन रहे है और हर गाने के बोल अलग अलग ही होते है
लेकिन छोरा जमीदार का गाना जीस टॉपिक पर बनाया गया है वह खाश है इस गाने में एक गरीब किसान की कहानी दिखाई गयीं है जो अपने परिवार को खेती करके पालता है और खेती के चलते वह साहूकार से कर्ज भी उठा लेता है उस किसान के दौ जवान बेटे भी दिखाये गये है किसान के बड़े बेटे की एक तरफा प्रेम कहानी भी दिखाई गयीं है गाने में किसान के दोनो बेटे दिन रात मेहनत कर पिता के कर्ज को उतारने की कोशिश करते है लेकिन कर्ज समय पर ना चुकाने के चलते साहूकार
के गुंडे किसान का ट्रेक्टर व स्कूटर ले जाते है यह जिल्लत किसान बरदास्त नही कर पाता और आत्महत्या कर लेता है
लेकिन कहानी यही खत्म नही होती जो लड़की किसान के बेटे से एक तरफा प्यार करती है वह उसी साहूकार की बेटी निकलती है और अपने प्रेमी को सहारा देने उसके पास जाती है और उसी वक्त साहूकार का एक गुंडा उन्हें देख लेता है
और उसकी जानकारी साहूकार को देता है और फिर साहूकार के गुंडे उस किसान के बेटे को बेरहमी से कत्ल कर देते है
और कहानी यही खत्म हो जाती है ये कहानी और गाने के बोल किसी के भी दील को छू जाए
I am Desh World Team ने बहतरीन काम किया है
मेरी तरफ से इस गाने को 9 अंक मिलते है !